राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने खरीद नीति प्रभाग, व्यय विभाग , वित्त मंत्रालय के सहयोग से 27 मार्च, 2023 को स्टेन हॉल, इंडिया हैबिटेट सेंटर, लोधी रोड, नई दिल्ली में 'इलेक्ट्रॉनिक खरीद पर राष्ट्रीय कार्यशाला' का आयोजन किया।
इस कार्यशाला का प्राथमिक लक्ष्य गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM), रेलवे और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र की गवर्नमेंट ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम (GePNIC) जैसे प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक सार्वजनिक खरीद पोर्टलों के प्रमुख पहलुओं को साझा करना था, साथ ही भविष्य की जरूरतों और अपेक्षाओं पर चर्चा करने के साथ-साथ देश में की जा रही सार्वजनिक खरीद में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करना था।
मंच पर मौजूद गणमान्य व्यक्तियों में श्री संजय अग्रवाल, सलाहकार, (खरीद नीति प्रभाग, व्यय विभाग), श्री प्रशांत कुमार सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी-गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस, श्री राजेश गेरा, महानिदेशक, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, श्री के श्रीनिवास राघवन, उपमहानिदेशक और राज्यसूचना-विज्ञानअधिकारी,तमिलनाडु, और श्रीमती अलका मिश्रा, डीडीजी और एचओजी, एनआईसी थे।। श्रीमतीअलका मिश्रा, डीडीजी और एचओजी ने सभी गणमान्य व्यक्तियों, वरिष्ठ अधिकारियों, प्रतिष्ठित वक्ताओं, एनआईसी राज्य समन्वयकों, एनआईसी और एनआईसीएसआई के सहयोगियों, साथ ही सभी प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद, श्री संजय अग्रवाल, सलाहकार (खरीद नीति प्रभाग, व्यय विभाग) ने कार्यशाला का संदर्भ निर्धारित किया, और मुख्य कार्यकारी अधिकारी-गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस श्री प्रशांत कुमार सिंह ने GeM पर बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की।
कार्यशाला के दौरान, महानिदेशक, एनआईसी ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ, GePNIC की यात्रा संग्रह जारी किया और विभिन्न श्रेणियों के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली संस्थाओं केंद्र सरकार के संगठनों, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों, राज्य सरकारों, उत्तर पूर्वी राज्यों सहित केंद्र शासित प्रदेशों, रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र और विशिष्ट रूप से स्थापित संगठन के लिए एक विशेष श्रेणी, जो असाधारण परिणाम प्राप्त करने के लिए ई-प्रोक्योरमेंट प्लेटफॉर्म का लाभ उठा रहे हैं को पुरस्कार प्रदान किए।
GeM, IRePS, विश्व बैंक से इलेक्ट्रॉनिक खरीद पर प्रख्यात विशेषज्ञों की वार्ता और केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं के उपयोगकर्ताओं से और तकनीकी पैनल चर्चा दिन की मुख्य विशेषताएं थीं।