श्री अजय कुमार सिन्हा, आईएएस वित्त सचिव एवं सचिव इंजीनियरिंग चंडीगढ़ यूटी, अक्टूबर 2019
कुछ परियोजनाओं में शासन करने के तरीके में क्रांति लाने की क्षमता है और जेपनीक ऐसी ही एक पहल है। इसने सरकारी खरीद के तरीके को बदल दिया है और इससे सिस्टम में बहुत अधिक पारदर्शिता और विश्वास आया है। यह एक विनविन परियोजना रही है जिससे न केवल विभागों बल्कि विक्रेताओं और व्यवसायों को भी लाभ हुआ है। इस दौरान सरकार को प्रतिस्पर्धी मूल्य मिलने से लाभ हुआ है, विक्रेता अधिक आश्वस्त महसूस करते हैं कि खरीद पारदर्शी है और इससे अनुचित लाभ से बचा जा सकता है। जहां तक चंडीगढ़ का संबंध है, हमारी खरीद जरूरतों के लिए यह प्लेटफॉर्म मुख्य आधार रहा है और चंडीगढ़ देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से एक है। नीतिगत हस्तक्षेप के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया कि विभाग प्रणाली में चले जाएं और इसे अपनाना चुनौतीपूर्ण लेकिन सफल रहा। इसके अलावा, सिस्टम में ई-नीलामी प्रावधान ने प्रशासन को प्रस्ताव से सर्वोत्तम मूल्य प्राप्त करने में सक्षम बनाया है क्योंकि सिस्टम व्यापक भागीदारी की अनुमति देता है। आबकारी विभाग चंडीगढ़ प्रशासन ने चंडीगढ़ के 98 शराब ठेकों की नीलामी कराई है। पिछली नीलामी से राजस्व संग्रह में 34% की वृद्धि हुई थी, जो मैन्युअल रूप से आयोजित की गई थी। जेपनीक के साथ शराब की दुकानों की नीलामी करने वाला चंडीगढ़ यूटी देश में पहला था।